वर्ल्ड कप जीत जाने के बाद से ही भारतीय सीनियर क्रिकेट टीम से ज्यादा ही ब्रेक ले रही है। लेकिन कुछ जूनियर खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में भाग ले रहे हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि पिछले साल ही बीसीसीआई ने श्रेयस अय्यर और ईशान किशन जैसे युवा खिलाड़ी को 2024 के केंद्रीय अनुबंध की सूची से बाहर कर दिया क्योंकि वे घरेलू टूर्नामेंट में नहीं खेले थे। अय्यर और ईशान किशन ने घरेलू सीजन में खेलना आरंभ भी कर दिया है। किशन मे बुची बाबू टूर्नामेंट में झारखंड की कप्तानी संभाली और अपने नेतृत्व और अपनी बल्लेबाजी दोनों से अपने फैंस को फिर से प्रभावित किया।
युवा विकेटकीपर बल्लेबाज किशन ने बुची बाबू टूर्नामेंट में झारखंड की कप्तानी करते हुए मध्य प्रदेश के खिलाफ फास्ट सेंचुरी बनाया। मध्य प्रदेश ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी की और 225 रन पर ऑल आउट हो गया। झारखंड के लिए छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए ईशान ने सिर्फ 61 गेंदों में अपना अर्धशतक बनाया और फिर नौ छक्के लगाकर सिर्फ 86 गेंदों में शतक पूरा किया। झारखंड ने इस शतक के बदौलत ही पहली पारी में मध्य प्रदेश को पीछे कर दिया था ।
आपको बता दें की ऋषभ पंत को वर्तमान में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में ईशान से ज्यादा पसंद किया जा रहा है। पंत ने टेस्ट टीम में खुद को स्थापित भी कर लिया है और टी20 में भी खूब ही मौके मिल रहे हैं, हालांकि उन्होंने अभी तक टी 20 प्रारूप में कोई यादगार पारी नहीं खेली है। ईशान किशन ने श्रीलंका दौरे के दौरान वनडे में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। यह देखना दिलचस्प होगा कि उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैच में अवसर दिया जाता है कि नहीं । हालांकि, ईशान ने आक्रामक तरीके से रन बनाकर अपने इरादे चयनकर्ता को जता दिया हैं और सीनियर टीम मे वापसी के लिए पूरी तरीके से तैयार हैं।