भारतीय टीम केदिग्गज ऑलराउंडर में से एक रवींद्र जडेजा को श्रीलंका दौरे में आराम दिया गया था। नतीजतन, जडेजा अब 19 सितंबर से बांग्लादेश के खिलाफ शुरू हो रही 2 टेस्ट मैचों की सीरीज में खेलते नजर आएंगे। आल राउंडर रविन्द्र जडेजा इसी साल जून में आयोजित टी20 विश्व कप 2024 में टीम इंडिया के अहम् सदस्य थे. वर्ल्ड कप जीतने के तुरंत बाद ही उन्होंने टी20 फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी है।जडेजा का चयन दलीप ट्रॉफी 2024 में भी किया गया हा , लेकिन अब उन्हें टीम बी से भी आराम दे दिया गया है। आज हम इस ब्लॉग में चर्चा करेंगे रणजी ट्रॉफी में जडेजा द्वारा बनाए गए दो शानदार दोहरे शतकों का ।
रविन्द्र जडेजा ने एक नहीं लगाए 2-2 तिहरे शतक
अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा का अंतरराष्ट्रीय करियर बेहतरीन रहा है। इसके अलावा, उन्होंने घरेलू क्रिकेट में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है। जडेजा ने रणजी ट्रॉफी के इतिहास में दो तिहरे शतक लगाए हैं।इन दोनों पारियों की अक्सर चर्चा होती रहती है। जडेजा का पहला तिहरा शतक 2012 में रणजी ट्रॉफी में रेलवे के खिलाफ सौराष्ट्र टीम की ओर से खेलते हुए लगाया था। इस पारी में जडेजा ने 501 गेंदों पर 29 शानदार चौके और 7 छक्के लगाते हुए 331 रन बनाए थे।
2012 रणजी ट्रॉफी में जडेजा का प्रदर्शन जबरजस्त रहा था। उन्होंने उसी सीजन में गुजरात के खिलाफ़ मैच में तिहरा शतक भी लगाया था।जडेजा ने गुजरात के खिलाफ 561 गेंदों में 37 चौके और 4 छक्के लगाकर नाबाद 303 रन बनाए। यह पारी उनके रणजी ट्रॉफी करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी मानी जाती है और हमेशा याद किया जाता रहा है ।
ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा का प्रथम श्रेणी करियर बेहद ही प्रभावशाली रहा है, इसी कारण से वे भारत के दिग्गज ऑलराउंडरों में से एक हैं। जडेजा ने अब तक 127 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 187 पारियों में 7132 रन बना चुके हैं। उन्होंने अपने फर्स्ट क्लास क्रिकेट कैरिअर के 13 शतक और 37 अर्धशतक लगाए हैं। गेंदबाजी की बात करे तो जडेजा ने 229 पारियों में गेंदबाजी की है और 513 विकेट भी चटके लिए हैं।