Mayank Yadav: भारतीय क्रिकेट टीम के युवा तेज गेंदबाज मयंक यादव ने अपनी मौजूदगी से विपक्षी टीमों में सनसनी फैला दिया है नई दिल्ली में जन्म लिए 21 साल के मयंक यादव ने अपनी स्पीड से सभी को प्रभावित किया है. मयंक यादव ने आईपीएल में साल 2024 में अपना पदार्पण किया था और अपनी गेंदबाजी से हर किसी को अपना दीवाना बना लिया था मयंक के माता-पिता का इंटरव्यू के दौरान मयंक के संघर्ष को याद करते हुए आंखें उनके नाम हो गई. जब मयंक के पिता ने बताया कि एक समय ऐसा था कि मयंक यादव सड़क पर खड़े होकर भारतीय क्रिकेट टीम का मैच देखा करता था.
Mayank Yadav के माता पिता ने कहि बड़ी बात
एक इंटरव्यू के दौरान मां के माता-पिता ने बताया कि मयंक यादव भगवान कृष्ण के सबसे बड़े भक्त हैंइसी कारण वह 2 साल से शाकाहारी भोजन ही किया करते हैं. अपने संघर्ष के दिनों में वह सड़क के किनारे खड़े होकर भारतीय क्रिकेट टीम का मैच देखा करते थे आपको बता दे मयंक यादव का रिश्ता बिहार के छोटे से गांव था उनके पिता दिल्ली में आकर बस गए दिल्ली में मयंक सुपौल के रहने वाले हैं .लखनऊ की टीम ने मयंक को 20 लख रुपए में खरीदा था उन्होंने पंजाब के खिलाफ 27 रन देकर के तीन विकेट झटके थे बेंगलुरु के खिलाफ 14 रन देकर के ३ विकेट झटके थे. मैच के दौरान 150 और 156 की स्पीड से विपक्षी टीम को घुटनों पर ला दिया था
एक इंटरव्यू के दौरान मयंक की माँ ममता यादव ने कहा, “हम बहुत खुश हैं कि वह अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और लोग उसके बारे में बात कर रहे हैं। वह एक प्रतिभाशाली क्रिकेटर है और लोगों को उसके दमदार प्रदर्शन देखने को मिलेंगे। वह दो साल पहले शाकाहारी बन गया था क्योंकि वह भगवान कृष्ण में बहुत आस्था रखता है। मुझे उम्मीद है कि वह एक दिन भारतीय टीम के लिए ज़रूर खेलेगा।”मयंक के पिता प्रभु यादव बात करते हुए काफी भावुक हो गए। उनकी आंखें नम हो गईं। उन्होंने कहा, “मयंक ने 7 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया था। इसके बाद मैंने उसे क्रिकेट अकादमी जॉइन करने को कहा और तब से उसका सफर शुरू हो गया।”