भारतीय टीम के लिए ओपनर विकेट कीपर बल्लेबाज संजू सैमसन ने बांग्लादेश के खिलाफ़ अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 47 गेंदों पर 111 रनठोक दिए . ऐसा कारनामा करके वह टी20 क्रिकेट में शतक बनाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज़ बन गए।मैच खत्म होने के बाद मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार लेते समय सैमसन ने बताया कि कैसे उन्होंने कई असफलताओं के बावजूद अपना ध्यान बनाए रखा।
संजू सैमसन ने किया बड़ा खुलासा
संजू सैमसन ने आगे कहा कि , “मानसिक रूप से, एक भारतीय क्रिकेटर के तौर पर आप बहुत कुछ झेलते हैं, खासकरटी 20 क्रिकेट में जहां सफलताओं की तुलना में असफलताएं ज्यादा हैं। एक बल्लेबाज के तौर पर आपको आक्रामक रहना होगा और रन बनाने के मौके तलाशते रहना होगा। अधिक जोखिम के साथ कई असफलताएं भी होती हैं।”
सैमसन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मुझे लगता है कि इसका बहुत सारा श्रेय ड्रेसिंग रूम को जाता है। कप्तान और कोच ने मेरा भरपूर समर्थन किया है। श्रीलंका में दो बार शून्य पर आउट होने के बाद, मुझे संदेह था कि मुझे अगली सीरीज़ में मौका मिलेगा या द नहीं। लेकिन उन्होंने मेरा समर्थन किया और कहते रहे कि वे हर हाल में मेरा समर्थन करेंगे।”
सैमसन ने यह भी बताया कि सीरीज शुरू होने से लगभग तीन सप्ताह पहले गौतम गंभीर, सूर्यकुमार यादव और अभिषेक नायर ने उन्हें उनकी सलामी भूमिका के बारे में बताया था।भारतीय कप्तान और कोच की प्रशंसा करते हुए सैमसन ने कहा कि श्रीलंका में दो मैचों में खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें भारतीय टीम में चुने जाने पर संदेह था, लेकिन कप्तान व कोच ने उनका पूरा समर्थन किया।