पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज धवल कुलकर्णी ने रोहित शर्मा की तारीफ़ करते हुए धोनी से बेहतर कप्तान का दर्जा दिया है उन्होंने कहा कि मुझे माही (एमएस धोनी) के कप्तानी में ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन मैंने रोहित की कप्तानी में काफी खेला है। उनके जैसा कप्तान होना टीम के लिए जरूरी है। वह किसी भी टीम के लिए खेलने पर उसके हर सदस्य की बात सुनते हैं और यही कारण से उन्हें पसंदीदा कप्तान बनाता है। अपनी कप्तानी में वह पूरी टीम को एकजुट रखते हैं। यही उनकी सबसे बड़ी खासियत में से के है। वह टीम के सभी खिलाड़ियों को आत्मविश्वास देते हैं, क्योंकि उन्हें अपने आप को मैदान में साबित करने के कम से कम 7-8 मौके मिलते हैं।”
धवल कुलकर्णी ने आगे कहा कि उन्हें भारत के लिए ज्यादा टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल पाने का का कोई पछतावा नहीं है. इसके अलावा घरेलू क्रिकेट में मुंबई के लिए अपने पांच रणजी ट्रॉफी खिताब से ज्यादा खुश हैं। साल 2014 में बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ भारत के लिए अपना पहला मैच खेलने वाले कुलकर्णी ने 12 वनडे और दो टी 20 आई खेले, जिसमें कुल 22 विकेट लिए। अपने प्रभावशाली घरेलू करियर के बावजूद, भारतीय टेस्ट क्रिकेट खेलने का अवसर कभी नहीं मिला।
उन्होंने 96 प्रथम श्रेणी मैचों में, उन्होंने मुंबई के लिए 27.11 की औसत से 285 विकेट लिए, जिसमें 15 पांच विकेट हॉल शामिल हैं। कुलकर्णी ने कहा कि जब वह खेला करते थे तो भारतीय टीम में भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, उमेश यादव और ईशांत शर्मा जैसे मजबूत तेज गेंदबाज थे, जो अच्छा प्रदर्शन कर टीम के लिए कर रहे थे, ।यही वजह है कि वह अपने देश के इंटरनेशनल लेवल पर टेस्ट नहीं खेल पाए
एमएस धोनी और रोहित शर्मा के तुलना करते हुए धवल कुलकर्णी ने बताया कि , “धोनी भाई फील्ड पर हमेशा एक कदम आगे की सोचते हैं। आईपीएल के सभी मैचो में उनकी फील्ड प्लेसमेंट बहुत अनोखी है। मैदान की हर चीज पर नजर रखना उनकी खासियत है । उनके पास काफी अनुभव है, इसलिए रोहित और धोनी अलग-अलग कप्तान हैं।” आपको बता दें कि कुलकर्णी इस वक्त मौजूदा लीजेंड्स क्रिकेट लीग में इंडिया कैपिटल्स टीम में खेल रहे हैं।